सुरज राना / धनगढी
सुथरी बहुत हओ बतादेओ अप्नो गाओ
तुमरो नाओसे जुडैगो मेरो नाओ
मेरो मन तुम पडिगै , पहिले दुर रहओ अब आगु बढिगौ ।
हे भगवन इत्नो सुथरी काहे बनाओ ,
सुथरी बहुत हओ बतादेओ अप्नो गाओ !
तुमरो नाओसे जुडैगो मेरो नाओ ।
मेरी हुइजए मए हाथ जोडत हओ , अप्नो डगर मोडत हओ ।
बतादेओ मए बिन्के कैसो मनबाओ ,
सुथरी बहुत हओ बतादेओ अप्नो गाओ !
तुमरो नाओसे जुडैगो मेरो नाओ ।
कबतक तड्पाइगे मोके , न भुल पएहओ मए तुम्के ।
दिलमे अड्डा जमाएलए हओ अब कैसे भुलाओ ,
सुथरी बहुत हओ बतादेओ अप्नो गाओ !
तुमरो नाओसे जुडैगो मेरो नाओ ।