कैलाली जिल्लाकी कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ५ पवेरा गाउँमे लगभग ५० बरस पिच्छु सामनको डोलाडरो हए ।
कठरियाथारु समुदायकी पहिलो तिहुवार पचैया की अवसरमे पाँच दशक पिच्छु सुरु भओ सामनकी डोलाक उदघाटन कैलारी गाउँपालिकाके अध्यक्ष राजसमझ चौधरीके प्रमुख पहुना और उपाध्यक्ष भगवती कुमारी चौधरीके विशिष्ट पहुना करी रहएँ ।
कार्यक्रमके प्रमुख अतिथि तथा गाउँपालिका अध्यक्ष राजसमझ चौधरी थारु समुदाय प्रकृति और संस्कृतिसे जुडो समुदाय हए बताइ हएँ । हमर थारु समुदाय प्रकृतिकी पुजा करत हएँ कहातए ‘परम्परा अनुसार जीव जानवरसे लैेके प्रकृतिको पुजा करनको चलन हए बताई रहएँ । आपन संस्कृति और पहिचानकी बात करत हएँ पर बोमे ध्यान नादेत हएँ । थारु समुुदाय पहिचानके ताहीँ लडाई लडत हएँ पर ुपुर्खानसे चली भई संस्कृति भुत जात हँए । लोप होनडटी संस्कृति ५० बरसके बाद फिर सुरुवात करेहओ जाके निरन्तरता देनपडो बताई रहएँ ।’
कठरियाथारु समुदायके बुद्धिजिवी समाजसेवी रामकुमार महतों गुरही पर्व मनान्से पहिले सामनकी डोलाकी सुरुवात करके पंचमीके दिन डोला डारनबाली रस्सीकी मुडिया औे पुछ काटके गुरही ( नाग पञ्चमीक राेज ) संँग पुहात हएँ बताई हएँ ।
सावन डोला संचालन कार्यसमिति कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ५ के संयोजक अमरकेटी चौधरीकी सभापतित्वमे भओ कार्यक्रममे स्वागत मन्तव्य शान्ति चौधरी और संचालन इन्द्रा कठरिया करी रहएँ । कार्यक्रममे वडा नम्बर ५ के वडा सदस्य, कार्यपालिका सदस्य, गाउँक भल्मन्सा खुुशीराम चौधरी, गाउँक बृद्धिजिवी अंग्रेजी महतो लगायत पवेरा गाउँभरेक महिलकनकी सहभागिता रहएँ ।